
Unclaimed Deposits को लेकर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल ही में नया सिस्टम लागू किया है, जिससे ग्राहकों के लिए KYC अपडेट करना और भी आसान हो गया है। इस नए सिस्टम के तहत अब बैंकों और वित्तीय संस्थानों को ग्राहकों की पहचान और पते का सत्यापन करना होगा ताकि उनके Unclaimed Deposits को ट्रैक किया जा सके और उनके खातों को फिर से सक्रिय किया जा सके।
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आरबीआई ने इस नई व्यवस्था की घोषणा करते हुए बताया कि अब बैंकों और वित्तीय संस्थानों को Unclaimed Deposits की जानकारी एक केंद्रीकृत पोर्टल पर साझा करनी होगी। इससे खाताधारक आसानी से पता कर सकेंगे कि उनका कोई जमा बकाया है या नहीं और उसे क्लेम कैसे किया जा सकता है।
नए नियम और प्रक्रिया की जानकारी
Unclaimed Deposits यानी ऐसे बैंक खाते या निवेश जिनमें लंबे समय से कोई लेन-देन नहीं हुआ है और खाताधारक ने भी कोई दावा नहीं किया है। आरबीआई के नए नियमों के अनुसार, अब बैंकों को अपने ग्राहकों को KYC अपडेट करने के लिए कई डिजिटल सुविधाएं उपलब्ध करानी होंगी।
ग्राहक अब ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से या बैंक की शाखा में जाकर अपने KYC दस्तावेज जमा कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें आधार, पैन और पता प्रमाण जैसे दस्तावेजों की आवश्यकता होगी। साथ ही अब बैंकों को अपने ग्राहकों को डिजिटल KYC यानी वीडियो KYC की सुविधा भी देनी होगी ताकि दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले लोग भी आसानी से प्रक्रिया पूरी कर सकें।
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केंद्रीकृत पोर्टल की सुविधा
आरबीआई ने UDGAM (Unclaimed Deposits Gateway to Access Information) नामक एक पोर्टल लॉन्च किया है, जिसके माध्यम से खाताधारक आसानी से अपने Unclaimed Deposits की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। यह पोर्टल सभी बैंकों और वित्तीय संस्थानों की Unclaimed Deposits की जानकारी को एक जगह पर लाता है। ग्राहक पोर्टल पर लॉगिन कर अपने नाम और अन्य विवरण डालकर देख सकते हैं कि उनका कोई जमा बकाया है या नहीं।
इस पोर्टल के माध्यम से खाताधारक KYC प्रक्रिया भी पूरी कर सकते हैं और Unclaimed Deposits को फिर से सक्रिय कर सकते हैं। यह सुविधा ग्राहकों की सुविधा के लिए डिज़ाइन की गई है और इससे पारदर्शिता और विश्वास बढ़ेगा।
KYC प्रक्रिया में बदलाव
अब तक KYC प्रक्रिया के लिए ग्राहकों को बैंक की शाखा में जाकर दस्तावेज जमा करने होते थे, लेकिन नए नियमों के तहत यह प्रक्रिया पूरी तरह डिजिटल हो सकती है। ग्राहक अब बैंक की वेबसाइट या मोबाइल ऐप से भी KYC अपडेट कर सकते हैं। इसके अलावा, वीडियो KYC की सुविधा भी दी जाएगी, जिसमें ग्राहक अपने मोबाइल या लैपटॉप के माध्यम से पहचान और दस्तावेज सत्यापन करा सकते हैं।
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ग्राहकों को अब बार-बार बैंक जाकर दस्तावेज जमा करने की जरूरत नहीं पड़ेगी और Unclaimed Deposits के मामले में उनके खातों को फिर से चालू कराना आसान हो जाएगा।
नए नियमों का उद्देश्य
RBI का उद्देश्य इस नई व्यवस्था के तहत देशभर में करोड़ों रुपये के Unclaimed Deposits को पहचानना और खाताधारकों को उनका पैसा लौटाना है। इसके साथ ही, बैंकों की जिम्मेदारी भी तय की गई है कि वे अपने ग्राहकों को सही जानकारी दें और उन्हें KYC अपडेट की सुविधा आसानी से उपलब्ध कराएं।
नए नियमों से वित्तीय पारदर्शिता बढ़ेगी और खाताधारकों को अपने जमा धन पर अधिकार वापस पाने में मदद मिलेगी।
क्या हैं फायदे?
नए नियमों और पोर्टल की सुविधा से खाताधारकों को निम्नलिखित लाभ होंगे:
- Unclaimed Deposits की जानकारी एक ही पोर्टल पर मिलेगी।
- KYC अपडेट की प्रक्रिया आसान और डिजिटल होगी।
- वीडियो KYC की सुविधा से दूरदराज क्षेत्रों के लोग भी आसानी से KYC कर सकेंगे।
- बैंकों और ग्राहकों के बीच पारदर्शिता और भरोसा बढ़ेगा।
- ग्राहकों को उनके पैसे पर अधिकार मिलेगा।