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जहाज के पंखों में क्यों भरा जाता है फ्यूल? वजह जानकर उड़ जाएंगे होश, क्या आप जानते थे?

आपको लगता होगा कि फ्यूल प्लेन के नीचे या पीछे किसी बड़े टैंक में होता है, लेकिन असलियत कुछ और ही है। वैज्ञानिकों ने विमान के पंखों को ही फ्यूल टैंक क्यों बनाया? इसके पीछे की टेक्नोलॉजी, संतुलन और सुरक्षा से जुड़ी बातें इतनी दिलचस्प हैं कि आप चौंक जाएंगे! अभी पढ़ें पूरी जानकारी।

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जहाज के पंखों में क्यों भरा जाता है फ्यूल? वजह जानकर उड़ जाएंगे होश, क्या आप जानते थे?
जहाज के पंखों में क्यों भरा जाता है फ्यूल? वजह जानकर उड़ जाएंगे होश, क्या आप जानते थे?

क्या आपने कभी पहले भी सुना था, कि जेट प्लेट के विंग्स में फ्यूल भरा जाता है, क्योंकि इस तरह की जनाकारी सुनने मे काफी लग सकती है,लेकिन बता दे की इसके पीछे बहुत ही बड़ा वैज्ञानिक कारण छिपा है। इसके अलावा पुराने एविएशन के डिजाइन के अनुसार,Jet Plane Wings Fuel Tank को ही यूज किया जाता था। साथ ही फ्यूल को प्लेन के विंग्स से स्टोर करना न केवल स्पेस का बेहतर इस्तेमाल है बल्कि इससे प्लेन की परफ़ॉर्मस और ज्यादा भी शानदार तरीके से काम करती है।

प्लेन के डिजाइन का मेन हिस्सा हैं विंग्स

प्लेन के विंग्स सिर्फ उड़ान के लिए जरूर लिफ्ट पैदा करने का काम ही नहीं बल्कि अब साथ में इन्हे मल्टी-फ़क्शनल बनाया जाता है। Jet Plane wings Fuel Tank का कॉन्सेप्ट इसी दिशा वाली लाइन में एक बड़ा तकनीकी कदम है। साथ ही प्लेन के पंखों में फ्यूल भरने के लिए खोखला (Hollow) बनाया जाता है। जिससे सिर्फ फ्यूल भरने के लिए स्पेस मिलता है।

टेकऑफ और उड़ान के दौरान संतुलन बनाए रखना

जब प्लेन टेकऑफ करता है, तब उस पर अत्यधिक लोड होता है। लंबे रूट्स पर उड़ने वाले विमानों में फ्यूल कुल वजन का लगभग एक तिहाई तक हो सकता है। ऐसे में अगर फ्यूल विंग्स में हो, तो उसका वजन प्लेन के उस हिस्से पर पड़ता है जो पहले से ही लिफ्ट पैदा करने के लिए डिज़ाइन किया गया होता है। इसका नतीजा ये होता है कि टेकऑफ के समय विमान ज्यादा संतुलित और स्थिर रहता है।

फ्यूल के वेट का बैलन्स और लचीलापन

फ्यूल को पंखों में रखने का एक बड़ा फायदा यह भी है कि विमान की फ्लेक्सिबिलिटी बेहतर रहती है। अगर फ्यूल को फ्यूजेलाज में रखा जाए तो विमान का भार बीच में केंद्रीकृत हो जाता है, जिससे उसकी फ्लाइट डायनामिक्स प्रभावित हो सकती है। जबकि पंखों में फ्यूल स्टोर करने से वजन का वितरण दोनों ओर समान रूप से होता है, जो संतुलन और नियंत्रण में सहायक होता है।

स्पेस का असरदार इस्तेमाल

विमान के डिज़ाइन में स्पेस का अधिकतम और स्मार्ट उपयोग बेहद जरूरी होता है। विंग्स का आंतरिक हिस्सा वैसे भी इस्तेमाल में नहीं आता, ऐसे में उन्हें फ्यूल टैंक के रूप में उपयोग करना इंजीनियरिंग के लिहाज से बेहतरीन तरीका है। इससे फ्यूल स्टोरेज के लिए अलग से किसी भारी टैंक या ढांचे की जरूरत नहीं होती, और विमान हल्का भी रहता है।

सेफ रहने के लिए भी अच्छा तरीका

Jet Plane Wings Fuel Tank डिजाइन सुरक्षा के लिहाज से भी एक व्यावसायिक और तकनीकी लाभ है। अगर हवाई जहाज में कोई आपात स्थिति आती है या इंजन फेल होता है, तो विंग्स में फ्यूल होना पायलट को बेहतर बैलेंस और संतुलन बनाए रखने में मदद करता है। इसके अलावा, विंग्स में फ्यूल की स्थिति आग जैसी स्थिति में उसे तुरंत अलग करने और नियंत्रित करने में भी सहायता करती है।

ईधन मे ठंडक और उड़ने में आसानी

एक और तकनीकी पहलू ये है कि जेट फ्यूल को ठंडा रखना जरूरी होता है, और पंखों का बाहरी भाग ऊंचाई पर उड़ान के दौरान बेहद ठंडा रहता है। ऐसे में फ्यूल खुद-ब-खुद ठंडा बना रहता है जिससे इंजन को सप्लाई होने वाला फ्यूल तापमान के लिहाज से उपयुक्त रहता है।

इसके अलावा, विंग्स में फ्यूल होने से विंग की संरचना मजबूत होती है, क्योंकि फ्यूल लोड विंग को फ्लेक्स होने से बचाता है और हवा के दवाब को बेहतर तरीके से सहता है। यह पूरे विमान की संरचनात्मक मजबूती को भी बढ़ाता है।

रिन्यूएबल एनर्जी और भविष्य की डिजाइन

जैसे-जैसे एविएशन इंडस्ट्री Renewable Energy की ओर अग्रसर हो रही है, इस तरह के डिजाइन और अधिक महत्वपूर्ण हो जाते हैं। विंग्स में फ्यूल स्टोरेज की तकनीक भविष्य के Sustainable Aviation Fuel (SAF) और हाइड्रोजन जैसे विकल्पों के लिए भी बेहतर अनुकूलता प्रदान कर सकती है।

Jet Plane Wings Fuel Tank
Author
News Desk

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