
राजस्थान सरकार ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (NEP 2020) के तहत कक्षा 1 से 5 तक के छात्रों के लिए नया सिलेबस लागू करने का निर्णय लिया है। यह बदलाव शैक्षणिक सत्र 2025-26 से प्रभावी होगा और इसका उद्देश्य छात्रों को स्थानीय संस्कृति, जीवन मूल्यों और पर्यावरणीय जागरूकता से जोड़ना है।
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एनईपी 2020 के तहत 5+3+3+4 संरचना
नई शिक्षा नीति 2020 ने पारंपरिक 10+2 प्रणाली को हटाकर 5+3+3+4 संरचना को अपनाया है। इसके तहत:
- 5 वर्ष: आधारभूत स्तर (प्रारंभिक शिक्षा और कक्षा 1-2)
- 3 वर्ष: प्रारंभिक स्तर (कक्षा 3-5)
- 3 वर्ष: मध्य स्तर (कक्षा 6-8)
- 4 वर्ष: माध्यमिक स्तर (कक्षा 9-12)
इस संरचना का उद्देश्य बच्चों की संज्ञानात्मक और सामाजिक विकास आवश्यकताओं के अनुसार शिक्षा प्रदान करना है।
राजस्थान में कक्षा 1 से 5 तक का नया सिलेबस
राजस्थान स्टेट काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (RSCERT), उदयपुर द्वारा विकसित नया सिलेबस जुलाई 2025 तक छात्रों को उपलब्ध कराया जाएगा। इस सिलेबस में स्थानीय इतिहास, संस्कृति और जीवन मूल्यों को प्रमुखता दी गई है। उदाहरणस्वरूप, मीरा बाई, पन्ना धाय, महाराणा प्रताप और रानी लक्ष्मी बाई जैसे ऐतिहासिक पात्रों पर आधारित अध्याय शामिल किए गए हैं।
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आरबीएसई कक्षा 5 की परीक्षा 2025
राजस्थान बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (RBSE) ने कक्षा 5 की परीक्षा की तिथियां घोषित कर दी हैं:
- 7 अप्रैल 2025: अंग्रेजी
- 8 अप्रैल 2025: हिंदी
- 9 अप्रैल 2025: पर्यावरण अध्ययन (EVS)
- 15 अप्रैल 2025: गणित
- 16 अप्रैल 2025: तृतीय भाषा (संस्कृत, उर्दू, सिंधी)
परीक्षा परिणाम मई 2025 के अंत तक घोषित किए जाने की संभावना है।
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एनईपी 2020 के प्रमुख परिवर्तन
- नो डिटेंशन पॉलिसी समाप्त: अब कक्षा 5 और 8 के छात्रों को वर्षांत परीक्षा में उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। असफल होने पर दो महीने के भीतर पुनः परीक्षा देनी होगी।
- स्थानीय भाषा में शिक्षा: प्रारंभिक कक्षाओं में मातृभाषा या क्षेत्रीय भाषा में शिक्षा देने पर जोर दिया गया है।
- कौशल आधारित शिक्षा: कक्षा 6 से 8 तक के छात्रों के लिए व्यावसायिक शिक्षा अनिवार्य की गई है।
- डिजिटल और मल्टीमॉडल लर्निंग: पीएम ई-विद्या और दीक्षा जैसे प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा दिया गया है।