
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के मद्देनजर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। इसी क्रम में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव ने एक बड़ा ऐलान करते हुए कहा है कि यदि उनकी पार्टी सत्ता में आती है, तो राज्य में “100% डोमिसाइल नीति” लागू की जाएगी। यह घोषणा उन्होंने पटना में आयोजित “युवा पंचायत” कार्यक्रम के दौरान की, जहां उन्होंने युवाओं को सरकारी नौकरियों में प्राथमिकता देने का वादा किया।
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क्या है 100% डोमिसाइल नीति?
डोमिसाइल नीति का अर्थ है कि सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में स्थानीय निवासियों को प्राथमिकता दी जाएगी। तेजस्वी यादव ने स्पष्ट किया कि इस नीति के तहत बिहार के मूल निवासियों को राज्य सरकार की नौकरियों में 100% आरक्षण मिलेगा। उन्होंने कहा कि झारखंड में इस तरह की नीति तकनीकी कारणों से सफल नहीं हो पाई, लेकिन उन्होंने कई कानूनी विशेषज्ञों से चर्चा कर इसका समाधान खोज लिया है।
युवाओं के लिए अन्य घोषणाएं
तेजस्वी यादव ने युवाओं के हित में कई अन्य घोषणाएं भी कीं:
- प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए आवेदन शुल्क माफ किया जाएगा।
- परीक्षा केंद्रों तक आने-जाने का खर्च सरकार वहन करेगी।
- एक “युवा आयोग” का गठन किया जाएगा, जिसे पहली कैबिनेट बैठक में मंजूरी दी जाएगी।
- “माई बहन मान योजना” के तहत महिलाओं को ₹2,500 मासिक भत्ता दिया जाएगा।
- 200 यूनिट मुफ्त बिजली और वृद्धावस्था पेंशन ₹1,500 तक बढ़ाई जाएगी।
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विपक्षी दलों की प्रतिक्रिया
जनता दल (यूनाइटेड) [JD(U)] ने इस नीति का विरोध किया है। पार्टी के महासचिव मनीष कुमार वर्मा ने कहा कि डोमिसाइल नीति भारतीय संविधान के प्रावधानों के खिलाफ है और इससे अन्य राज्यों में काम कर रहे बिहारी मजदूरों को भी नुकसान हो सकता है। उन्होंने कहा कि आरक्षित सीटें स्थानीय निवासियों के लिए होती हैं, लेकिन अनारक्षित सीटें सभी के लिए खुली होती हैं।
डोमिसाइल नीति के संभावित फायदे
- स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर: राज्य के युवाओं को सरकारी नौकरियों में प्राथमिकता मिलने से बेरोजगारी में कमी आ सकती है।
- पलायन में कमी: नौकरी की तलाश में अन्य राज्यों में जाने की आवश्यकता कम होगी।
- शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश में सुविधा: स्थानीय छात्रों को राज्य के शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश में प्राथमिकता मिलेगी।
- राज्य की अर्थव्यवस्था में सुधार: स्थानीय लोगों की आय बढ़ने से राज्य की अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा।